रविंद्र कुमार शर्मा, भागलपुर
भागलपुर में गंगा नदी का जलस्तर लगातार घट रहा है। जलस्तर में गिरावट के साथ अब स्वास्थ्य संकट की आशंका भी गहराने लगी है। विभागीय विशेषज्ञों के मुताबिक, गंगा किनारे और आसपास के इलाकों में जमा हो रहे गंदे पानी और नमी के कारण डेंगू और टाइफाइड जैसे संक्रामक रोगों का खतरा तेजी से बढ़ गया है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है। विभाग ने अलर्ट मोड में कार्य करना शुरू कर दिया है और सभी प्राथमिक व अनुमंडलीय स्वास्थ्य केंद्रों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
मॉडल सदर अस्पताल में डेंगू वार्ड तैयार
संभावित रोगियों की संख्या बढ़ने की आशंका को देखते हुए मॉडल सदर अस्पताल में 10 बेड का डेंगू वार्ड तैयार किया गया है। अस्पताल प्रभारी डॉ. राजू कुमार ने बताया कि डेंगू से निपटने के लिए सभी जरूरी दवाएं व संसाधन प्रयाप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। अस्पताल की मेडिकल टीम पूरी तरह मुस्तैद है।
फिलहाल डेंगू का कोई मामला नहीं
डॉ. कुमार ने बताया कि अब तक डेंगू या टाइफाइड का कोई भी पुष्ट मामला सामने नहीं आया है, लेकिन विभाग किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार है।
स्वास्थ्य विभाग की अपील
विभाग ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे अपने घर और आसपास की साफ-सफाई बनाए रखें। साथ ही यह भी निर्देश दिए गए हैं कि घरों में या गली-मोहल्लों में पानी को जमा न होने दें, ताकि मच्छरों के पनपने की स्थिति न बन सके। विशेष तौर पर टायर, गमले, कूलर और खाली डब्बों में जमा पानी पर ध्यान देने को कहा गया है।
निगरानी के लिए टीमें गठित
स्वास्थ्य विभाग ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी के लिए मेडिकल टीमों की प्रतिनियुक्ति कर दी है। ये टीमें संभावित लक्षणों वाले मरीजों की जांच करेंगी और आवश्यकतानुसार इलाज की व्यवस्था भी करेंगी।