अररिया में साइबर ठगों का सिंडिकेट ध्वस्त:8 गिरफ्तार ATM-पासबुक-कार-नगदी समेत बड़ी बरामदगी

न्यूज़ स्कैन ब्यूरो, अररिया

अररिया में साइबर ठगी के खिलाफ एक बड़ी पुलिस कार्रवाई में आठ आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। एक बेहद संगठित साइबर ठग गिरोह पर शिकंजा कसते हुए पुलिस ने 25 एटीएम कार्ड, कई बैंकों की पासबुक व चेकबुक, 10,000 रुपये नगद, एक कार और तीन मोटरसाइकिलें जब्त की हैं।

एसपी अंजनी कुमार ने खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि यह गिरोह वर्षों से लोगों को साइबर जाल में फंसा कर ठगी कर रहा था और बैंक खातों के जरिए मोटी रकम की हेराफेरी कर रहा था।


गिरफ्तारी की बड़ी कार्रवाई – दो दिन, दो छापेमारी

6 और 7 अगस्त को दो अलग-अलग छापेमारी में यह सफलता मिली:

-पहली गिरफ्तारी: पटना के चौक थाना अंतर्गत बटाऊकुआं निवासी श्यान मंजर (29) को एसबीआई एटीएम के पास से पकड़ा गया। उससे 4 एटीएम, ₹10,000 नगद और एंड्रॉयड मोबाइल बरामद हुआ।

– दूसरी छापेमारी: उसकी निशानदेही पर मदनपुर और जीरो माइल से तीन और आरोपी – मो. सहमद, तनवीर, अरविंद कुमार साह को गिरफ्तार किया गया। इनसे 3 मोबाइल, 7 डेबिट कार्ड, 10 पासबुक, 5 चेकबुक और 1 मोटरसाइकिल बरामद हुई।

-तीसरी कार्रवाई: वर्मा सेल के पास से 4 और ठग – जिशान गाजी, मो. आदिल, प्रिंस जामा और मो. याहया को पकड़ा गया। इनके पास से 6 मोबाइल, 8 एटीएम कार्ड, फर्जी दस्तावेज, 1 कार, 1 बुलेट और 1 पल्सर बाइक जब्त की गई।


गिरोह का ‘ऑनलाइन ऑपरेशन’ – हाईटेक तरीके से ठगी का खुलासा

पुलिस जांच में सामने आया कि ये आरोपी व्हाट्सएप के जरिए फर्जी अकाउंट डिटेल्स पाते थे और ठगी के पैसों को उन खातों में ट्रांसफर करवाते थे। फिर वे 8% कमीशन रख कर शेष राशि CDM मशीनों से निकालकर मुख्य अपराधी तक पहुंचाते थे।

सभी आरोपी फर्जी पहचान पत्र और लोगों को बहला-फुसलाकर उनके डॉक्यूमेंट्स से बैंक खाते खुलवाते थे। इस नेटवर्क का संचालन बड़े स्तर पर डिजिटल माध्यमों से किया जा रहा था।


अब तक के गिरफ्तार आरोपी

  1. मो. श्यान मंजर (पटना)
  2. मो. सहमद (मदनपुर)
  3. तनवीर (मदनपुर)
  4. अरविंद कुमार साह (मदनपुर)
  5. जिशान गाजी (कुर्साकांटा)
  6. मो. आदिल (काली मंदिर, अररिया)
  7. प्रिंस जामा (खरहैया बस्ती)
  8. मो. याहया (बैरगाछी)

FIR दर्ज, आगे की कार्रवाई जारी

-अररिया थाना कांड संख्या 318/25
-अररिया थाना कांड संख्या 319/25

पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार ने बताया कि गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है और जल्द ही पूरे रैकेट का भंडाफोड़ कर लिया जाएगा।