न्यूज स्कैन ब्यूरो, किशनगंज
बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि बच्चियों के लिए आसमान ही सीमा है, और उन्हें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए सक्षम बनाना जरूरी है। गुरुवार को अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन वे किशनगंज के हलिम चौक स्थित जामिया आयशा अल इस्लामिया मदरसा के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल ने कहा कि आज लड़कियां फाइटर पायलट, प्रशासक, और पुलिस अधिकारी बनकर देश की सेवा कर रही हैं, और उनके लिए एक अनुकूल वातावरण बनाना समाज की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, “क्या आज़ादी सिर्फ लड़कों के लिए है? बच्चियों को भी बराबरी का अधिकार मिलना चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहाँ ज्ञान को सरस्वती, धन को लक्ष्मी और शक्ति को दुर्गा के रूप में पूजा जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अब वक्त है महिलाओं के नेतृत्व में देश को आगे बढ़ाने का।
राज्यपाल ने ज़ोर देकर कहा कि लड़कियां डीएम, एसपी जैसे पदों पर जिम्मेदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि समाज में बदलाव के बिना कोई भी बड़ा काम नहीं हो सकता। “अब तलवार का नहीं, इल्म का जमाना है,” उन्होंने कहा।
कार्यक्रम में जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रो. डॉ. अफसार आलम ने घोषणा की कि जामिया हमदर्द के 40–50 नए सेंटर देशभर में खोले जाएंगे। उन्होंने किशनगंज से अपने गहरे संबंध का जिक्र करते हुए कहा कि वे इसे शिक्षा का हब बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
कार्यक्रम में तौहीद एजुकेशनल ट्रस्ट के चेयरमैन मौलाना मतिउर रहमान ने राज्यपाल का बुके देकर स्वागत किया।