सात दिवसीय मंजूषा कार्यशाला का मंत्री ने किया उद्घाटन

भागलपुर। कला संस्कृति युवा विभाग, जिला प्रशासन और भागलपुर संग्रहालय के संयुक्त तत्वाधान में सात दिवसीय मंजूषा कार्यशाला का उद्घाटन कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री मोती लाल प्रसाद, महापौर वसुंधरा लाल, डीएम डॉक्टर नवल किशोर चौधरी ने किया।
मंत्री ने कहा कि अंग प्रदेश कला और साहित्य के क्षेत्र में काफी समृद्ध है, बिहुला विषहरी की लोकगाथा पर आधारित मंजूषा लोककला बिहार की महत्वपूर्ण कलाओं में से एक है। इसे बढ़ाने के लिए विभाग की ओर से कई प्रयास किया जा रहे हैं। जिनमें से यह आयोजन एक महत्वपूर्ण प्रयास है।


उन्होंने कहा कि कार्यशाला में शामिल कलाकारों के कलाकृतियों को संग्रहालय में दर्शकों के के लिए प्रदर्शित किया जाएगा। बिहार संग्रहालय के अपर निदेशक अशोक कुमार ने कहा कि बिहार के लोक कलाकारों का सम्मान अपने देश के अतिरिक्त विदेश में भी काफी होता है। इससे संबंधित उन्होंने कई अनुभव भी कला प्रेमियों के समक्ष साझा किया। राज्य पुरस्कार प्राप्त कई कलाकारों ने मंच से भागलपुर में मंजूषा कला प्रशिक्षक केंद्र स्थापित करने के लिए मंत्री से अनुरोध किया। सात दिवसीय मंजूषा कला कार्यशाला में चयन समिति द्वारा 31 मंजूषा कलाकारों का चयन किया गया। सभी कलाकार सात दिनों तक एक साथ मंजूषा चित्र का निर्माण करेंगे।