बिहार चुनाव 2025 : अमित शाह और नीतीश की मुलाकात के बाद चर्चा तेज हुई कि क्या NDA में सबकुछ सच में ‘ठीक’ है?

न्यूज स्कैन ब्यूरो, पटना
बिहार की सियासत एक बार फिर सुर्खियों में है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की शुक्रवार को हुई मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में यह सवाल गूंजने लगा है कि
“कौन बनेगा बिहार का मुख्यमंत्री?” चुनावी मौसम में अमित शाह और नीतीश कुमार की यह मुलाकात सिर्फ औपचारिक नहीं मानी जा रही।
बीते कुछ हफ्तों से बिहार के राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा थी कि मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा।
अब शाह की इस मुलाकात और जेडीयू के बयानों ने संकेत दिया है कि नीतीश कुमार ही NDA के ‘मुख्य चेहरा’ बने रहेंगे।

15 मिनट की मुलाकात, कई सियासी संदेश
अमित शाह ने शुक्रवार दोपहर पटना स्थित मुख्यमंत्री आवास पर नीतीश कुमार से मुलाकात की।
करीब 15 मिनट तक चली इस बैठक में दोनों नेताओं ने एनडीए की चुनावी रणनीति, प्रचार कार्यक्रम और उम्मीदवार चयन पर चर्चा की।
बैठक के बाद जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने दावा किया, “एनडीए में सब कुछ ठीक है, कोई मतभेद नहीं है।
सीट बंटवारा पूरा हो चुका है और सभी 243 सीटों के उम्मीदवार तय हैं।”
अमित शाह अब सारण से अपना प्रचार अभियान शुरू करेंगे, जबकि नीतीश कुमार की पहली चुनावी रैली जगदीशपुर (भोजपुर) में होगी।

सीटों का समीकरण तय, चेहरा भी साफ
जेडीयू नेता संजय झा ने यह भी स्पष्ट किया कि, “अमित शाह ने खुद कहा है कि इस चुनाव में एनडीए का चेहरा नीतीश कुमार ही हैं।
हम उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं।”
एनडीए में सीटों का बंटवारा इस प्रकार हुआ है —
भाजपा – 101 सीटें
जेडीयू – 101 सीटें
लोजपा (रामविलास) – 29 सीटें
हम (जीतन राम मांझी) – 6 सीटें
राष्ट्रीय लोक मोर्चा (उपेंद्र कुशवाहा) – 6 सीटें

महागठबंधन पर तंज
संजय झा ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि
“महागठबंधन में तालमेल की पूरी कमी है।
उन्होंने पहले उम्मीदवार घोषित किए, फिर टिकट वापस लिए।
यह दिखाता है कि उन्हें जनता की नहीं, अपने आपसी झगड़ों की चिंता है।”
झा ने दावा किया कि महागठबंधन लगभग टूट की स्थिति में है, और जनता का भरोसा अब एनडीए के साथ है।