रेलवे की नोटिस से भड़की झुग्गी-झोपड़ी संघर्ष समिति, 9 सितंबर को समाहरणालय पर होगा धरना

न्यूज स्कैन रिपाेर्टर, भागलपुर
इस्लामनगर, झुग्गी-झोपड़ी इमामबाड़ा के पास झुग्गी-झोपड़ी संघर्ष समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता समिति के संयोजक मो. कासिम ने की जबकि संचालन मो. हाशिम ने किया।
बैठक में बड़ी संख्या में झुग्गी-झोपड़ी के वाशिंदे शामिल हुए और उन्होंने अपनी-अपनी व्यथा रखी।
इस दौरान बीबी शम्सुन ने कहा कि हमें रेलवे की ओर से जगह खाली करने का नोटिस दिया गया है, जबकि हम 35 वर्षों से अपने संघर्ष के बल पर यहां रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसी संघर्ष की वजह से आज उनका नाम वोटर लिस्ट में जुड़ा, राशन कार्ड बना और पानी-बिजली का कनेक्शन मिला।
समिति के उदय ने कहा कि सरकारें आईं और गईं, लेकिन हमारा संघर्ष आज भी जारी है। बिहार सरकार ने भूमिहीनों को 3 डिस्मिल जमीन देने और केंद्र सरकार ने वर्ष 2022 तक पक्का मकान देने का वादा किया था, लेकिन वह वादा आज तक अधूरा है। जिला प्रशासन ने भी हमें भरोसा दिलाया था कि स्थायी आवास उपलब्ध कराए बिना उजाड़ा नहीं जाएगा।

बैठक में ललन ने कहा कि यह जमीन भी ईश्वर की बनाई है, रेलवे इसे कहीं से लेकर नहीं आया है। अगर रेलवे को काम करना है तो वह करे, लेकिन हमें बिहार सरकार दूसरी जगह बसाए। वहीं नियामत ने कहा कि रेलवे दो नम्बर गुमटी तक ही पटरी बिछा रही है। आसपास के कुछ लोग चाहते हैं कि हम यहां से हट जाएं, ताकि वे इस जमीन पर सड़क बनवा सकें, इसी साजिश के तहत हमें हटाने की कोशिश हो रही है।
बैठक में निर्णय लिया गया कि 9 सितंबर को समाहरणालय पर धरना देकर जिलाधिकारी को स्मारपत्र सौंपा जाएगा।

संगठन को मजबूत करने के लिए मो. कासिम को पुनः संयोजक और मो. टिंकू को सह-संयोजक चुना गया। इसके अलावा समिति में मो. गुन्नू, मो. छोटू, बीबी शम्सुन, बीबी ईदा, मो. नियामत, बीबी अफसाना, बीबी रसीदा, बीबी मुस्तरी आदि को सदस्य बनाया गया। इस अवसर पर वोटर लिस्ट कॉर्डिनेटर अभिषेक ने भी वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने की प्रक्रिया संबंधी जानकारी दी।