25 हज़ार दो, नहीं तो नौकरी रद्द; सुपौल ICDS में घूसखोरी का पर्दाफाश, DPO और ऑपरेटर नगदी के साथ धराए

न्यूज़ स्कैन ब्यूरो, सुपौल

सुपौल से आई इस खबर ने पूरे ज़िले को झकझोर कर रख दिया है। ICDS कार्यालय में बहाली के नाम पर 25 हज़ार की घूस मांगने का शर्मनाक खुलासा हुआ है। डीएम सावन कुमार के निर्देश पर गुरुवार को चार घंटे तक चले ऑपरेशन में DPO शोभा सिन्हा और कंप्यूटर ऑपरेटर चंदन कुमार को नगद के साथ हिरासत में ले लिया गया।

क्या था मामला?

मुख्यमंत्री के हाथों नियुक्ति पत्र पाने के बावजूद 15 चयनित महिला पर्यवेक्षिकाओं (LS) को औपचारिक ज्वाइनिंग नहीं दी जा रही थी। विभाग के ही अफसर उनसे प्रत्येक 25 हजार रुपए की मांग कर रहे थे, और धमकी दी जा रही थी कि अगर पैसे नहीं दिए तो बहाली रद्द कर दी जाएगी।

बुधवार को सभी महिला चयनितों को ICDS कार्यालय बुलाया गया और गुरुवार को पैसा लाने को कहा गया। जैसे ही कुछ महिलाएं पैसे लेकर पहुँचीं, छापा पड़ गया!

गुरुवार को जब कुछ पीड़ित महिलाएं कार्यालय पहुंचीं, तो डीएम की टीम पहले से तैनात थी।
एसपी शरथ आरएस, एसडीएम इंद्रवीर कुमार, बीडीओ, और सदर थाना अध्यक्ष अनिरुद्ध कुमार के नेतृत्व में टीम ने ICDS कार्यालय में धावा बोला।

नगद रकम DPO के ऑफिस और ऑपरेटर की जेब से मिली

डीपीओ शोभा सिन्हा के टेबल से नगद बरामद हुई। वहीं कंप्यूटर ऑपरेटर चंदन कुमार के पास भी संदिग्ध कैश मिला, जो घूस की राशि मानी जा रही है।

साड़ी से चेहरा ढंककर निकाले गए अफसर , अफरा-तफरी का माहौल

छापेमारी के बाद जब DPO और ऑपरेटर को साड़ी से चेहरा ढंककर बाहर लाया गया, तो समाहरणालय परिसर में लोगों की भीड़ जमा हो गई। पूरे बाजार और दफ्तरों में यही चर्चा रही — “सरकारी नौकरी भी अब बिकने लगी है क्या?”

FIR और विभागीय कार्रवाई तय

डीएम सावन कुमार ने साफ कहा है कि एफआईआर दर्ज की जा रही है और दोषियों पर कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जनता को आश्वस्त किया कि भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं होगा।

जनता का गुस्सा और प्रशासन पर भरोसा

इस कार्रवाई से चयनित महिला अभ्यर्थियों में राहत है और जनता में संतोष है।लोग कह रहे हैं — “ऐसे ही प्रशासन चलना चाहिए, जो घूसखोरों को सरेआम बेनकाब करे!”