बिहार विधानसभा सत्र में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर विपक्ष का विरोध तेज, तेजस्वी ने चुनाव आयोग और केंद्र-राज्य सरकार को घेरा
न्यूज स्कैन ब्यूरो, पटना
बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र गुरुवार को भी हंगामेदार रहा। SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) को लेकर चल रहे विवाद के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सदन में जोरदार भाषण देते हुए केंद्र और राज्य सरकार दोनों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर राज्य में घुसपैठ हुई है, तो इसके लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिम्मेदार हैं। तेजस्वी ने चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए उसे संविधान की मर्यादा में रहने की सलाह दी।
‘घुसपैठ का ज़िम्मेदार कौन?’
तेजस्वी यादव ने सदन में साफ शब्दों में कहा, “अगर कोई घुसपैठिया बिहार में आकर रह रहा है तो इसके लिए सरकार को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। नीतीश कुमार 2005 से मुख्यमंत्री हैं और नरेंद्र मोदी 2014 से प्रधानमंत्री। इसलिए अगर राज्य में बाहर से लोग आकर अवैध रूप से बस गए हैं, तो उसकी जिम्मेदारी भी इन्हीं दोनों की बनती है।” उन्होंने इस पूरे मसले को सरकार की ‘प्रशासनिक विफलता’ करार दिया।
चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल
तेजस्वी ने चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा, “चुनाव आयोग का काम सिर्फ चुनाव कराना है, बाहरी लोगों को चुनना उसका काम नहीं।” उन्होंने SIR के तहत मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों की ओर इशारा करते हुए पूछा कि आयोग को यह अधिकार किसने दिया कि वह शपथ पत्र के आधार पर किसी को वोटर बना दे। उन्होंने कहा कि आयोग के हलफनामे में विदेशियों या घुसपैठियों को लेकर कोई ज़िक्र तक नहीं है।
बीते दिन के हंगामे पर भी बोले तेजस्वी
बुधवार को सदन में हुए हंगामे की ओर इशारा करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि जो कुछ हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण था। उन्होंने कहा, “मैं इस विधानसभा का हिस्सा हूं और चाहता हूं कि यहां बहस और संवाद हो, टकराव नहीं।” दरअसल, कल राजद विधायक भाई वीरेंद्र के कथित ‘बाप’ शब्द के प्रयोग को लेकर सत्ता पक्ष में तीखी प्रतिक्रिया देखी गई थी, जिसके बाद सदन का माहौल बिगड़ गया।