
न्यूज़ स्कैन ब्यूरो, नई दिल्ली/पटना
आईआरसीटीसी घोटाले से जुड़े बहुचर्चित मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को फिलहाल थोड़ी राहत मिली है। दिल्ली की राउज एवेन्यू स्थित विशेष सीबीआई अदालत ने आरोप तय करने पर फैसला टालते हुए अगली सुनवाई की तारीख 7 अगस्त तय की है। विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने बुधवार को कहा कि कुछ कानूनी स्पष्टीकरण की आवश्यकता है, इसलिए फैसले में फिलहाल देरी की जा रही है।

क्या है पूरा मामला?
यह मामला भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (IRCTC) से जुड़ा है, जिसमें सीबीआई ने लालू यादव और उनके परिजनों पर रेलवे मंत्री रहते हुए टेंडर आवंटन में अनियमितता और निजी कंपनियों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है। मामले में आरोप हैं कि जब लालू प्रसाद केंद्र में रेल मंत्री थे, उस दौरान रेलवे होटलों की देखरेख का काम निजी कंपनियों को नियमों को दरकिनार कर सौंपा गया। बदले में इन कंपनियों ने कथित तौर पर पटना में लालू परिवार को जमीन स्थानांतरित की।
अब तक की अदालती कार्यवाही
- 29 मई को आरोप तय करने को लेकर बहस पूरी हो चुकी थी और अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।
- लालू, राबड़ी और तेजस्वी ने सीबीआई के आरोपों को खारिज करते हुए खुद को निर्दोष बताया है।
- इस केस में धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश जैसे गंभीर धाराएं शामिल हैं, जिनमें दोषी पाए जाने पर अधिकतम 7 साल की सजा का प्रावधान है।
अब अगली सुनवाई 7 अगस्त को होगी, जिसमें अदालत तय करेगी कि आरोप तय किए जाएं या नहीं।