- कोसी नदी का जलस्तर 1 लाख 94 हजार 635 क्यूसेक को किया पार
- नेपाल के बराह क्षेत्र में 1 लाख 13 हजार 400 क्यूसेक जलस्तर किया गया रिकॉर्ड
- इस साल का सबसे अधिक जलस्तर किया गया रिकॉर्ड, दो लाख क्यूसेक जलस्तर पार करने की है संभावना
न्यूज स्कैन ब्यूरो, सुपौल
नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में हुई भारी बारिश के बाद एक बार फिर से कोसी नदी के जलस्तर उफनाने लगी है। बुधवार की रात 8 बजे कोसी बराज पर नदी का जलस्तर 1 लाख 94 हजार 635 क्यूसेक रिकॉर्ड किया गया, जो बढ़ने के क्रम में है। जबकि नेपाल के बराह क्षेत्र में जल स्तर में में भी बढ़ोतरी हो रही है। 1 लाख 13 हजार 400 क्यूसेक जलस्तर रिकॉर्ड किया गया। जो घटने के क्रम में है। जलस्तर बढ़ने से जल संसाधन विभाग के इंजीनियर अलर्ट मोड में है। इस साल का सर्वाधिक जलस्तर है।
जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता इंजीनियर वरुण कुमार ने बताया कि जल स्तर में वृद्धि हुई है। कोसी तटबंध के सभी स्पर सुरक्षित है। कोसी नदी के जलस्तर में उतार चढ़ाव होने से जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों ने तटबंध पर लगातार चौकसी बढ़ा दी है। कोसी बराज के 56 फाटक में से 18 फाटक खोले गए। कोसी नदी में बाढ़ अवधि के शुरुआत के बाद पहली बार पौने लाख से अधिक जलस्तर पार किया है।
नेपाल की तराई और पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश का असर कोसी नदी के जलस्तर पर भी देखा जा रहा है। बुधवार की सुबह से नदी के जलस्तर में धीरे-धीरे वृद्धि दर्ज की जा रही है, जिससे प्रशासन सतर्क हो गया है और अलर्ट मोड में आ गया है।
कोसी बराज के नियंत्रण कक्ष से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, बुधवार सुबह 8 बजे नदी का डिस्चार्ज 1 लाख 27 हजार 110 क्यूसेक दर्ज किया गया। 10 बजे दिन में नदी का डिस्चार्ज 1 लाख 23 हजार 735 क्यूसेक घटते क्रम में दर्ज किया गया। दोपहर 2 बजे तक डिस्चार्ज 1लाख 32 हजार 505 क्यूसेक हो गया।
जबकि शाम 4 बजे यह बढ़कर 1, लाख 52 हजार 865 क्यूसेक हो गया।नेपाल के बारह क्षेत्र में भी इस दौरान डिस्चार्ज 1 लाख 13 हजार 400 क्यूसेक रिकॉर्ड किया गया।
कोसी बराज पर बुधवार को पूर्वी कोसी मुख्य नहर में 6500 क्यूसेक तथा पश्चिमी कोसी मुख्य नहर में 6000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। कोसी बराज के 56 फाटकों में से 18 फाटक खोल दिए गए हैं, ताकि अतिरिक्त पानी का नियंत्रित निकास किया जा सके और निचले इलाकों में बाढ़ की आशंका को कम किया जा सके। कोसी नदी के जलस्तर बढ़ने से नदी के निचले स्तर पर पानी के फैलने की संभावना है। जिला पदाधिकारी सावन कुमार ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और मुख्य अभियंता से संपर्क में है।