न्यूज स्कैन ब्यूरो, कटिहार
बिहार विधानसभा चुनाव में टिकट का खेल अब खुलकर सामने आने लगा है।
भाजपा एमएलसी अशोक अग्रवाल के पुत्र सौरव अग्रवाल ने एनडीए में जगह न मिलने के बाद अब महागठबंधन का दामन थाम लिया है।
सौरव अग्रवाल को विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने कटिहार सदर सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है।
एनडीए में नहीं बनी बात, वीआईपी में खुल गई राह
सौरव अग्रवाल लंबे समय से एनडीए खेमे में टिकट की उम्मीद लगाए बैठे थे।
लेकिन पार्टी नेतृत्व से बात नहीं बनी तो उन्होंने नया रास्ता चुन लिया।
तार किशोर प्रसाद से होगा मुकाबला
कटिहार सदर विधानसभा सीट से सौरव अग्रवाल का मुकाबला भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद से होगा।
यह मुकाबला सियासी ही नहीं, बल्कि व्यक्तिगत दिलचस्पी वाला भी है
क्योंकि सौरव के पिता अशोक अग्रवाल भाजपा के एमएलसी हैं और लंबे समय से पार्टी संगठन से जुड़े रहे हैं।
अब सवाल, पिता अशोक अग्रवाल किसका प्रचार करेंगे?
कटिहार में अब सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि सौरव के पिता अशोक अग्रवाल अब बेटे के लिए प्रचार करेंगे या भाजपा के प्रत्याशी के लिए?”
इस सवाल ने स्थानीय राजनीति में हलचल पैदा कर दी है।
बिहार की राजनीति में विचारधारा से ज़्यादा टिकट और अवसर का महत्व अब खुलकर दिख रहा है।
सौरव अग्रवाल का उदाहरण बताता है कि, “जहाँ टिकट मिले, वहीं गठबंधन तय हो जाता है।”
कटिहार की यह सीट अब न सिर्फ भाजपा और महागठबंधन के बीच टक्कर का मैदान है,
बल्कि पारिवारिक दुविधा का भी नया केंद्र बन चुकी है।