न्यूज स्कैन ब्यूरो, पूर्णिया
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।
पूर्णिया जिले के कसबा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक अफाक आलम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने ही पार्टी नेताओं पर टिकट बेचने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि, “कांग्रेस में टिकट एक बिजनेस बन चुका है. ”
विधायक अफाक आलम ने कहा कि कांग्रेस में टिकट वितरण अब विचारधारा नहीं, बल्कि पैसों के दम पर तय हो रहा है।
उन्होंने दावा किया कि कई सीटिंग विधायकों के टिकट काट दिए गए, जबकि कुछ ऐसे लोगों को टिकट दिया गया जो न तो कार्यकर्ता हैं और न ही संगठन से जुड़े हुए हैं।
“कांग्रेस में टिकट का खेल करोड़ों में खेला गया है,” — अफाक आलम ने कहा। पप्पू यादव, शकील अहमद खान और कृष्णा अल्लावरु के नाम लिए. अफाक आलम ने इस कथित खेल में पूर्णिया सांसद पप्पू यादव, शकील अहमद खान और कृष्णा अल्लावरु के नाम लेते हुए कहा कि टिकट बंटवारे के दौरान इन नेताओं की भूमिका संदिग्ध रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि “प्रदेश अध्यक्ष की नहीं चली, पूरा दबदबा पप्पू यादव का रहा।” “पैसे के बल पर टिकट” — भाजपा नेताओं के साथ इरफान की तस्वीरें जारी।
अफाक आलम ने प्रेस कांफ्रेंस में कुछ फोटोग्राफ भी जारी किए, जिनमें कांग्रेस प्रत्याशी इरफान आलम भाजपा के कई बड़े नेताओं के साथ नज़र आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इरफान समिति का चुनाव हार चुके हैं, फिर भी उन्हें टिकट मिला, जो इस बात का प्रमाण है कि “कांग्रेस में टिकट का खेल पैसों पर आधारित हो गया है।”
वायरल ऑडियो में प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका पर सवाल
अफाक आलम ने कहा कि एक वायरल ऑडियो क्लिप में साफ सुना जा सकता है कि टिकट बंटवारे में प्रदेश अध्यक्ष की राय को दरकिनार कर दिया गया और कुछ नेताओं की लॉबी ने पूरा नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया।
उन्होंने सवाल उठाया —“पप्पू यादव आखिर कांग्रेस में क्या भूमिका निभा रहे हैं? क्या अब टिकट बंटवारा संगठन नहीं, बाहरी प्रभाव से होगा?”
कांग्रेस में मचा सियासी भूचाल
अफाक आलम के इन आरोपों से पार्टी में भूचाल मच गया है। कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, आलम के बयानों ने नेतृत्व को असहज कर दिया है, और अब पार्टी उच्चस्तरीय जांच पर विचार कर सकती है। पूर्णिया और सीमांचल की राजनीति पर इस विवाद का असर पड़ना तय माना जा रहा है।