न्यूज स्कैन ब्यूरो, कैमूर
जम्मू के कटरा में तैनात 76वीं बटालियन के CRPF जवान पप्पू राम की संदिग्ध मौत ने परिजनों और ग्रामीणों को गहरे सदमे में डाल दिया है। जवान का पार्थिव शरीर शुक्रवार को कैमूर जिला के भभुआ थाना क्षेत्र के सरेवां गांव पहुंचा, जहां गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी गई। जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा और गांव में मातम का माहौल छा गया।
परिजनों ने CRPF पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जवान की मौत की सही जानकारी नहीं दी गई। उन्हें केवल ‘सुसाइड’ की बात कहकर पार्थिव शरीर गांव भेजा गया। मृतक के बहनोई विकल्प कुमार ने बताया कि पप्पू राम हाल ही में नागपुर में हवलदार की ट्रेनिंग पूरी कर प्रमोशन पाए थे, लेकिन महज दस दिन में ही उनकी मौत हो गई।
परिजन कहते हैं कि जम्मू कंट्रोल रूम से उन्हें कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। किसी ने बताया कि बटालियन जानकारी देगा तो कोई दूसरे बटालियन का हवाला देने लगा। अंततः केवल ‘सुसाइड लेटर’ थमा दिया गया, लेकिन परिजनों को शक है कि जवान ने आत्महत्या नहीं की।
जवान का परिवार न्याय की गुहार लगाते हुए सरकार से मौत की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग कर रहा है। परिजनों का कहना है कि यदि जांच नहीं हुई तो वे खुद जम्मू जाकर सच सामने लाने को मजबूर होंगे।
मृतक पप्पू राम अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। पीछे पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है।
ग्रामीणों ने सरकार से परिवार को समुचित सहायता राशि और आश्रितों को नौकरी देने की भी मांग की है।
जवान का पार्थिव शरीर जब गांव पहुंचा तो माहौल गमगीन हो उठा। लोगों की आंखें नम थीं और गार्ड ऑफ ऑनर के साथ सलामी देकर अपने सपूत को अंतिम विदाई दी गई।