राघोपुर पुलिस ही कर रही थी फल चोरी! सीसीटीवी ने खोला भ्रष्टाचार का काला चेहरा

न्यूज स्कैन ब्यूरो, सुपौल/ राघोपुर

गणपतगंज बाजार में पुलिस कैंप के भ्रष्ट और आपराधिक चेहरे का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी ही लगातार फल दुकानों में चोरी की घटना को अंजाम दे रहे थे। यह खुलासा तब हुआ जब व्यापारियों ने बाजार में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली। व्यापारी मो. उष्मान, मो. फिरोज, जयकृष्ण कुमार यादव सहित अन्य फल व्यवसायियों ने बताया कि पिछले चार महीनों से उनकी दुकानों से रोजाना 10–15 किलो से अधिक महंगे फल जैसे सेब, अनार, कीवी समेत अन्य सामान रहस्यमय ढंग से गायब हो रहे थे। शुरू में जब उन्होंने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों से इसकी शिकायत की तो उन्हें यह कहकर टाल दिया गया कि लोगों को बताया कि सुबह 4 बजे के बाद ड्यूटी बदलने के समय महादलित टोला के बच्चे चोरी कर लेते हैं। लेकिन सोमवार की देर रात सीसीटीवी फुटेज देखने पर व्यवसायियों के होश उड़ गए। फुटेज में साफ दिखा कि ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मी ही दुकानों से फल की चोरी कर रहा है। जब यह वीडियो डाउनलोड कर सोशल मीडिया पर वायरल किया गया तो पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। व्यापारियों ने बताया कि 21 सितंबर की देर रात करीब 2 बजे भी पुलिसकर्मी दुकानों से चोरी करते दिखे। उस दौरान राघोपुर थाना की गश्ती गाड़ी भी उनलोगों के दुकान के आकर 10–15 मिनट तक खड़ी रही, उसके बाद ड्यूटी पर मौजूद पुलिस के द्वारा पुनः चोरी की घटना को अंजाम दिया गया।व्यापारी जयकृष्ण यादव ने बताया कि कुछ महीने पूर्व उनके दुकान से भी हजारों रुपए मूल्य के फल गायब हो गए थे। अब सीसीटीवी फुटेज देखकर स्पष्ट है कि उस समय भी वही पुलिसकर्मी चोरी कर रहे थे।व्यवसायियों ने बताया कि जब वे अपने दुकानों की रखवाली करने लगे, तब भी आरोपी पुलिसकर्मी उन्हें आश्वासन देकर घर भेज देते और उसके बाद चोरी कर डालते।

इस मामले में जब आरोपी पुलिसकर्मी कमल किशोर यादव और मनोज कुमार यादव से पूछा गया तो उन्होंने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए कहा की गलती हो गई है, अब इसे दबा दीजिए।

राघोपुर थाना की लगातार किरकिरी

यह कोई पहला मामला नहीं है जब राघोपुर थाना की पुलिस विवादों में घिरी है। 16 सितंबर को थानाध्यक्ष नवीन कुमार पर गंभीर आरोप लगा था कि उन्होंने जब्त की गई प्रतिबंधित थाई मांगुर मछली थाना परिसर से ही स्थानीय मंडी के व्यापारी को बेच दी। जब मामला मीडिया में उजागर हुआ तो थानाध्यक्ष ने खुद को बचाने के लिए उसी व्यापारी के खिलाफ चोरी का केस दर्ज कर दिया।अब गणपतगंज बाजार की चोरी की घटना ने राघोपुर थाना की छवि को और धूमिल कर दिया है। आम लोगों और व्यापारियों के बीच सवाल उठ रहा है कि जब कानून के रखवाले ही अपराधी बन जाएं, तो आम जनता अपनी सुरक्षा किससे उम्मीद करे?