न्यूज स्कैन ब्यूरो,अररिया
फारबिसगंज के अमहारा में झोला छाप डॉक्टर के चक्कर में एक महिला को जान चली गई।घटना बीते सोमवार रात की है।मृतका असमीना खातून पति मो.अनवर अमहारा पंचायत के वार्ड संख्या दस की रहने वाली है।दरअसल तीन चार दिन पहले खेत में घास कटाई के दौरान अंगुली में कचिया लग जाने के कारण अंगुली लहूलुहान हो गया था।अंगुली के कटने के बाद असमीना खातून बगल में ही वार्ड संख्या 11 में बेबी ड्रग्स नाम से दुकान और अवैध क्लिनिक चलाने वाले पिंटू कुमार मंडल उर्फ संजीत कुमार मंडल के पास गई।जिन्होंने जख्म का ड्रेसिंग कर मेगापेन और अन्य दवाइयां खाने के लिए दी।लेकिन जख्म के ठीक नहीं होने पर सोमवार शाम को मजदूरी कर घर लौटे पति से असमीना ने कहा कि उनके घाव ठीक नहीं हो रहे हैं।एक बार पिंटू डॉक्टर से दिखला लिया जाय।जिसके बाद मो.अनवर अपनी पत्नी को लेकर पिंटू के क्लिनिक में गया और वहां जख्म ठीक नहीं होने की बात कही।जिसके बाद झोलाछाप चिकित्सक पिंटू के द्वारा महिला को एक इंजेक्शन दिया गया।अनवर का कहना है कि पिंटू ने सुई कमर में न देकर उनके नस में दिया था।जिसके बाद उसकी पत्नी मुर्च्छित होने लगी।फिर पिंटू ही अपनी बाइक से आनन फानन में लेकर अमहारा से फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल के लिए चले।फारबिसगंज दीनदयाल चौक पर बाइक का तेल खत्म होने का बहाना बनाकर महिला और उसके पति को ई रिक्शा से फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल भिजवाया और खुद को तेल लेकर अस्पताल आने की बात कही।
लेकिन अस्पताल पहुंचने पर ऑन ड्यूटी चिकित्सक ने महिला को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर रात में बड़ी संख्या में ग्रामीण जनप्रतिनिधि के साथ थाना पुलिस भी मौके पर पहुंचे और मामले की छानबीन में जुट गए। मृतका का मायका बैले पोठिया है,जबकि उनको तीन संतान है।
मामले को लेकर फारबिसगंज थानाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह ने कहा कि परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया है और अभी तक किसी तरह को कोई लिखित शिकायत थाना को नहीं दी गई है। लिखित शिकायत के बाद विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।