न्यूज स्कैन रिपाेर्टर, कहलगांव
भागलपुर। बदलते बिहार की चुनावी फिज़ा में एक नई आवाज़ गूंजने लगी है – कहलगांव की! शनिवार को नागरिक विकास समिति, कहलगांव की पूर्व निर्धारित बैठक में न केवल नगर की समस्याओं पर चिंतन हुआ, बल्कि आने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र एक निर्णायक क़दम भी उठाया गया।बैठक में डॉ. रंजन कुमार घोष. डॉ. नवरत्न दीपू, डॉ. संतोष कुमार सिन्हा, डॉ. पवन कुमार सिंह, जयप्रकाश सिंह, ई. सुनील कुमार निराला, श्याम सुंदर जायसवाल, निशिकांत सिंह, चंदन नाथ चौधरी, राजरतन सिंह, अजय कुमार सिन्हा, श्याम कुमार चौधरी, रणधीर चौधरी उपस्थित थे।
बैठक में सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि कहलगांव के नागरिकों की दशकों पुरानी मांगों को अब खुले पत्र के माध्यम से न सिर्फ़ जनप्रतिनिधियों तक पहुंचया जाएगा, बल्कि एक जन-जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा, जो नगर की हर गली तक पहुंचेगा।
14 सूत्रीय मांग पत्र कहलगांव का घोषणापत्र
नागरिक विकास समिति द्वारा जारी यह पत्र कोई साधारण ज्ञापन नहीं, बल्कि कहलगांव की आत्मा की पुकार है। प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं:
यातायात की घुटन से मुक्ति: शहर के भीतर से भारी वाहनों का मार्ग बदले, इनर-आउटर रिंग रोड और फ्लाईओवर बने।
रेलवे ओवरब्रिज, अंडरपास और आधुनिक चौराहों का निर्माण। पेयजल के लिए गंगा जलापूर्ति की बहाली। नई कॉलोनियों में ड्रेनेज और सीवरेज का मास्टर प्लान। फ्लाई ऐश परिवहन के लिए अलग कॉरिडोर। खेल और संस्कृति के लिए सार्वजनिक मैदान। श्मशान घाट, पार्किंग ज़ोन, वेण्डिंग ज़ोन और सार्वजनिक पार्कों का विकास। स्वास्थ्य सेवाओं, कचरा प्रबंधन और स्वच्छता में सुधार। लंबी अवधि के लिए मास्टर प्लान आधारित शहर विकास योजना। चुनावी घोषणापत्र में दिखे नगर की आकांक्षा!
समिति का आग्रह है कि सभी राजनैतिक दल इस मांग – पत्र को अपने-अपने घोषणापत्र में स्थान दें। यह सिर्फ़ बुनियादी माँगें नहीं, बल्कि कहलगांव के भविष्य की नींव हैं। समिति ने स्पष्ट किया कि अब सिर्फ़ वादे नहीं, “योजना और परिणाम” चाहिए।
कहलगांव तैयार है – आप तैयार हैं?
यह खुला पत्र अब केवल समिति की बात नहीं, बल्कि हर उस नागरिक की आवाज़ है जो कहलगांव को भीड़-भाड़, अव्यवस्था और उपेक्षा से निकालकर एक सुव्यवस्थित, स्वच्छ और सुरक्षित नगर बनते देखना चाहता है। जनता अब सोने नहीं देगी, जवाब मांगेगी और चुनाव में असर भी दिखेगा! समिति के वक्तव्य में चेतावनी भी छिपी है।