न्यूज स्कैन ब्यूरो,किशनगंज
किशनगंज सदर थाना क्षेत्र के पश्चिमपल्ली कॉलेज रोड स्थित गॉड ब्लेस नर्सिंग होम में इलाज के दौरान 26 वर्षीय गर्भवती महिला मेहरूना की मौत से इलाके में सनसनी फैल गई। मृतका की पहचान ग्वालपोखर थाना क्षेत्र की निवासी मेहरूना, पति नूर आलम के रूप में हुई है। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया।
जानकारी के मुताबिक, मेहरूना को दो दिन पहले किशनगंज सदर लाया गया था जहां उसकी स्थिति को नाजुक देखते हुए उन्होंने हायर सेंटर रेफर कर दिया गया जहां एक सदर अस्पताल दलाल के द्वारा प्रसव के लिए गॉड ब्लेस नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। वही महिला मरीज को भर्ती करवाने के एवज में दलाल ने दस हजार रुपए में सौदा किया था और दस हजार रूपये ले लिए थे।
उसके बाद महिला की सीजर के माध्यम से उनके बच्चे का जन्म हुआ, लेकिन इसके बाद उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। नर्सिंग होम ने स्थिति को संभालने में असमर्थता जताते हुए उन्हें पूर्णिया रेफर कर दिया। परिजनों का आरोप है कि रेफर करने में देरी और इलाज में लापरवाही के कारण रास्ते में ही मेहरूना की मौत हो गई। आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
घर जैसे भवन में चल रहा था नर्सिंग होम
नर्सिंग होम संचालन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित मानकों का पालन अनिवार्य है, लेकिन गॉड ब्लेस नर्सिंग होम की स्थिति इसके विपरीत थी। यह नर्सिंग होम एक सामान्य घर जैसे भवन में संचालित हो रहा था, जिसके बाहर कोई बोर्ड या संकेत तक नहीं था कि यह एक चिकित्सा संस्थान है। यह स्पष्ट करता है कि नर्सिंग होम बिना उचित अनुमति और मानकों के संचालित हो रहा था।
हंगामे के बाद कर्मी फरार, चार गर्भवती महिलाओं को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया
हंगामे की सूचना मिलते ही नर्सिंग होम के कर्मचारी और संचालक मौके से फरार हो गए। इस दौरान वहां भर्ती चार अन्य गर्भवती महिलाओं की हालत बिगड़ने की आशंका के चलते उन्हें तुरंत पास के एक अन्य नर्सिंग होम में शिफ्ट किया गया। हालांकि, इन चारों महिलाओं की स्थिति सामान्य बताई जा रही है। घटना के बाद नर्सिंग होम का बोर्ड तोड़कर कर्मियों के फरार होने की खबर ने पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
प्रशासन से कार्रवाई की मांग
परिजनों और स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस मामले की गहन जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। यह घटना किशनगंज में निजी नर्सिंग होम्स की लापरवाही और अवैध संचालन की गंभीर समस्या को उजागर करती है।