न्यूज स्कैन ब्यूरो,किशनगंज
किशनगंज शहर में एक प्रमुख उद्योगपति और प्रतिष्ठित कारोबारी के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी सोमवार को चौथे दिन भी जारी रही। शुक्रवार सुबह से शुरू हुई इस कार्रवाई ने शहर में हड़कंप मचा रखा है। सूत्रों के अनुसार, आर्थिक अनियमितताओं और कथित काले धन से जुड़े मामलों की जांच के लिए यह छापेमारी की जा रही है।
नई जांच एजेंसी और साइबर विशेषज्ञ की एंट्री
आयकर विभाग के साथ-साथ एक नई जांच एजेंसी भी इस मामले में शामिल हो गई है। रविवार को आधा दर्जन गाड़ियों में नए अधिकारी और फोरेंसिक विभाग की टीम किशनगंज पहुंची। जांच के दौरान कारोबारी के संपर्क में रहे एक व्यक्ति से पूछताछ में एक लैपटॉप का जिक्र सामने आया, जिसमें वित्तीय लेनदेन और निवेश से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां हो सकती हैं। लैपटॉप को खोलने के लिए साइबर विशेषज्ञों को बुलाया गया है, क्योंकि इससे कई अहम सुराग सामने आने की संभावना है।
भगत टोली रोड पर गोदाम की तलाशी
भगत टोली रोड पर एक गोदाम में छापेमारी के दौरान कार्टन में भरे सामान को बाहर निकालकर उनकी बारीकी से जांच की गई। प्रत्येक कार्टन को खोलकर कपड़ों की तलाशी ली जा रही है। इस दौरान अर्धसैनिक बल और अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि रविवार को भी कई गाड़ियों में फोरेंसिक और अन्य विशेषज्ञ टीमें पहुंचीं।
अधिक की कार्रवाई
यह छापेमारी शुक्रवार सुबह से शुरू हुई थी,। रात में 3-4 घंटे के विराम के बाद शनिवार को फिर से कार्रवाई शुरू की गई। कारोबारी के बंगाल के कुछ ठिकानों पर भी छापेमारी की जा रही है। आयकर विभाग ने अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, और अधिकारी मीडिया से दूरी बनाए हुए हैं।
महत्वपूर्ण दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त
सूत्रों के मुताबिक, छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं। बैंकिंग और वित्तीय लेनदेन की भी गहन पड़ताल की जा रही है। फोरेंसिक विशेषज्ञों की मदद से दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है, लेकिन जांच प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है।
शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म
नेमचंद रोड, भगत टोली, धर्मशाला रोड और पश्चिमपाली जैसे इलाकों में चल रही इस कार्रवाई ने स्थानीय कारोबारी समुदाय को हिलाकर रख दिया है। शहर के चौक-चौराहों पर इस छापेमारी को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कुछ लोग इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई मान रहे हैं ।
छापेमारी के दौरान भारी अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं ताकि कार्रवाई में कोई बाधा न आए। मीडिया कर्मियों को घटनास्थल पर वीडियो बनाने से रोका गया जा रहा है ,
यह कार्रवाई कब तक चलेगी, इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन लैपटॉप और अन्य सबूतों की जांच से इस मामले में बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।