उद्योगपतियों की तरह गरीबों का भी लोन माफ करे सरकार

न्यूज स्कैन ब्यूरो, सुपौल/ छातापुर

प्रखंड क्षेत्र के ललितग्राम में ऋणी परिवार के द्वारा लोन माफी को लेकर बुधवार को जनसंवाद व न्याय यात्रा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां ऋणी परिवार ने खुल कर अपनी दुःख, प्रताड़ना, शोषण व हिंसा व्यक्त किया।वहीं जनसंवाद में अपना विचार व्यक्त करते हुए लोरिक विचार मंच के प्रदेश संयोजक डॉ. अमन कुमार ने कहा कि लोन से पीड़ित ऋणी परिवार की स्थिति बहुत ही दयनीय है। ऐसे परिवारों को न केवल आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है बल्कि मानसिक तनाव और सामाजिक दबाव भी झेलना पड़ता है। ब्याज सहित लोन की राशि लौटाने में किसान, मजदूर, बेरोजगार छात्र व छात्रा, युवा सहित महिलाएँ लाचार व बेवश हैं। इसीलिए ऋणी परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए लोन माफी आन्दोलन बहुत आवश्यक है। डॉ. कुमार ने कहा कि सरकार अमीरों के कर्जें माफ और गरीबों के घर, जमीन व इज्जत निलाम करवा रहे है। माइक्रो फाइनेंस कंपनी आरबीआई के गाईड लाइन्स की खुल्लम-खुल्ला धज्जियां उड़ा रही है। माइक्रो फाइनेंस कंपनी के रिकवरी एजेंट, शाखा प्रबंधक, क्षेत्रीय प्रबंधक, जिला प्रबंधक के प्रताड़ना के कारण ऋणी घर छोड़कर भागने के लिए मजबूर है। हजारों लोग मानसिक बीमारी से ग्रसित हो चुके हैं। कई परिवार आत्महत्या कर चुके हैं। ऋणी परिवार के बच्चों का पठन-पाठन बाधित है। प्रताड़ना के कारण हजारों परिवार मानसिक बीमारी के शिकार हो चुके हैं। ऋणी परिवार के बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास पर प्रतिकूल असर पर रहा है। फाइनेंस कर्मी ऋणी के मान और सम्मान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। खासकर महिलाओं के ग्रुप लोन की राशि सहित 12-52 प्रतिशत ब्याज की राशि लौटाना नामुमकिन है। कर्ज मुक्ति गरीबों का हक है। डॉ. कुमार ने कहा कि भारत सरकार के द्वारा उद्योगपतियों का 25 लाख करोड़ रूपया माफ किया गया है। तो गरीब, किसान, महिलाएं का लोन क्यों नहीं माफ हो सकता है? आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों के व्यापक हित में सरकार को लोन माफी की घोषणा अतिशीघ्र करना चाहिए। कहा कि लोन माफी आन्दोलन का मकसद किसी जाति, पार्टी और धर्म के समर्थन या विरोध से नहीं है। बल्कि अमीर की भांति गरीब का भी लोन माफ होना चाहिए। ऋण माफी वर्तमान समाज की जरूरत है। किसानों का के.सी.सी. ऋण, महिलाओं का समूह ऋण, छात्र व छात्रा का शिक्षा ऋण सहित बेरोजगार युवा एवं गरीबों का सभी प्रकार का ऋण माफ होना चाहिए। जनसंवाद में संतोष गुप्ता , मोहम्मद जाकिर,कृष्ण देव ठाकुर, ब्रजेश कुमार, मो.फिरोज, पारो देवी, रेखा देवी, रवीना खातून, फूलो देवी, लक्ष्मी देवी, सुलेखा देवी, प्रभा देवी, आशा देवी, निक्की देवी, मुन्नी देवी आदि मौजूद थे।