न्यूज़ स्कैन ब्यूरो, कटिहार
बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों के नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती जा रही है। इस बीच, अपने ही पार्टी और गठबंधन के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप की स्थितियाँ देखने को मिल रही हैं। ताजा मामला कटिहार जिले के कदवा विधानसभा क्षेत्र से सामने आया है।
राष्ट्रीय जनता दल के कदवा प्रखंड अध्यक्ष सुरेश यादव ने स्थानीय विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. शकील अहमद खान पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
सुरेश यादव ने एक वीडियो जारी कर कहा कि उन्होंने हाल ही में देखा कि कदवा विधायक प्रखंड कार्यालय में प्रखंड कर्मियों को डांट-फटकार लगा रहे थे। उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में ऐसा व्यवहार विधायक का कभी देखा नहीं गया।
उन्होंने कहा कि कई बार पदाधिकारियों के अनुचित व्यवहार पर अंकुश लगाने की मांग की गई, लेकिन विधायक का जवाब हमेशा यही होता कि “हमें काम भी तो इन्हीं से करवाना होता है।” उन्होंने कहा कि चर्चा आमतौर पर चौक-चौराहे और चाय की दुकानों पर होती है कि विधायक प्रखंड कार्यालय आते ही सभी पदाधिकारियों से कमीशन तय करते हैं और कुछ लोग, जिन्हें ‘चिंटू-मिंटू’ कहा जाता है, कमीशन वसूलते हैं।
सुरेश यादव ने कहा, आजादी के बाद हमने कई विधायकों को देखा है, लेकिन इतने घटिया आचरण वाले विधायक को देखकर हम कदवावासी शर्मिंदा हैं।
उन्होंने कुछ घटनाओं को भी याद दिलाया। एक बार अनुश्रवण समिति की बैठक में कदवा अंचलाधिकारी के खिलाफ आवाज़ उठाई गई थी। इसके बावजूद, विधायक ने रात 10 बजे अंचलाधिकारी के साथ बैठक कर महानंदा पूरब के कर्मचारियों को महानंदा पश्चिम में और महानंदा पश्चिम के कर्मचारियों को महानंदा पूरब में तबादला करवा दिया, ताकि आम लोगों का गुस्सा अंचलाधिकारी पर कम हो सके।
सुरेश यादव ने एक और घटना का जिक्र किया कि कुछ वर्ष पहले चौकी धरपसिया के लोगों ने अंचलाधिकारी के खिलाफ प्रखंड कार्यालय के सामने धरना दिया था, जिसे विधायक ने करीब 1 घंटे तक डांटा और डराया। हालांकि जब लोग भड़क गए तो उनका दबाव काम नहीं आया।
विधायक ने क्या कहा
कदवा विधायक डाॅ शकील अहमद खान ने कहा कि उन पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं। ऐसी कोई बात नहीं है। मैं कदवा की जनता के लिए हमेशा कार्य करता हूं और करता रहूंगा।