- बैद्यनाथ कॉरिडोर को लेकर निशिकांत का बड़ा खुलासा-मंदिर के सिंह द्वार को तोड़ने का नक्शा राज्य सरकार ने केंद्र सरकार भेजा है
न्यूज स्कैन ब्यूरो, देवघर
गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने प्रस्तावित बैद्यनाथ कॉरिडोर को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उनका कहना है कि कॉरिडोर के नक्शे में बैद्यनाथ मंदिर के चारों दरवाजे में सबसे प्राचीन सिंह दरवाजा को तोड़ने से संबंधित नक्शा राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को भेजा है। करीब 900 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार ने केंद्र सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म को दिया है।
निशिकांत का कहना है कि बैद्यनाथ कॉरिडोर बने, इसमें कोई परेशानी नहीं, लेकिन स्थानीय नागरिकों की सहमति से बने, इसके वे पक्षधर है। निशिकांत दुबे रविवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। उनका कहना है कि वे जबतक यहां के सांसद हैं, तब तक बैद्यनाथ मंदिर की मौलिक संरचना से किसी भी तरह की छोड़छाड़ नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि देवघऱ में कॉरिडोर बनाने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को 900 करोड़ रुपए का प्रस्ताव दिया है। उसमें बाबा बैद्यनाथ मंदिर के पौराणिक सिंह द्वार जो अति प्राचीन व मुख्य द्वार है, जिसे तोड़ने की बात है। सांसद ने कहा कि जब तक सांसद रहूंगा सिंह द्वार और बाबा बैद्यनाथ मंदिर से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ या कुछ भी टूटने नही दूंगा। मुझ पर जो केस हुआ है, वह उसी नक्शा का विरोध करने के कारण हुआ है।
उन्होंने आरोप लगाया कि देवघर के कुछ स्थानीय लोग मुख्यमंत्री के साथ कॉरिडोर के नाम पर मंदिर का मौलिक संरचना से छेड़छाड़ करने का प्रयास कर रहे हैं। मैंने इसका विरोध किया तो मुझपर केस दर्ज कराया गया। लेकिन देवघर के लोगों का सम्मान, बैद्यनाथ मंदिर की पौराणिकता को बचाने के लिए मैं ऐसे हजारों केस झेलने को तैयार हूं।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का मानेगा जश्न
साथ ही सांसद ने कहा कि बिहार में वोटर लिस्ट में सुधार हो रहा है, एक आदमी का नाम 4 जगह है उसे हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब किसी भी दिन झारखंड में भी शुरू हो जाएगा। सांसद ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर मैं इस बार जश्न मना रहा हूं और अपने गोड्डा लोकसभा में आज से एक लाख तिरंगा झंडा का वितरण करूंगा। इसकी शुरूआत रविवार को ही कर दी गई। उन्होंने कहा ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का मेरा यही जश्न होगा।