बाढ़ से तबाही: भूख, प्यास व डर के साए में वार्ड 18 के लोग

  • डूबे सैकड़ों घर, मदद को तरस रहे लोग, भोजन-पानी का संकट, जहरीले जीवों का डर, प्रशासन नदारद

न्यूज स्कैन रिपाेर्टर, भागलपुर

शहर के वार्ड 18 के कसबा गोलाघाट, सखीचंद घाट और आसपास के मोहल्लों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। सैकड़ों घर जलमग्न हैं, लोग जान जोखिम में डालकर रह रहे हैं, लेकिन जिला प्रशासन और नगर निगम अब तक नदारद हैं।

रातभर जागकर गुजारने को मजबूर मनोज राय कहते हैं – “हर वक्त डर लगा रहता है कि कहीं कोई जहरीला जीव न काट ले।” मेघु राम का दर्द और गहरा है – “भोजन और पीने के पानी का भारी संकट है, बच्चों को छत पर रात गुजारनी पड़ रही है।”

विजय चौधरी बताते हैं – “पानी भरे होने से शौचालय तक जाना नामुमकिन हो गया है।” मोहल्ले के लोग आरोप लगाते हैं कि अब तक एक भी सरकारी टीम हाल-चाल लेने नहीं आई, न राहत सामग्री दी गई।

विनय सिंह, पूरण पासवान, योगेंद्र दास, राम रजक, रामाशीष सिंह, मोहन साह, मनीष सिंह, जगदीश यादव, मीना देवी, नेपाली मंडल, निशाकर मिश्रा, पवन कुशवाहा समेत सैकड़ों परिवार पानी में घिरे हैं और मदद का इंतजार कर रहे हैं।

जदयू नेता राकेश कुमार ओझा ने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा – “तुरंत भोजन, पानी, दवाइयां और टेंट की व्यवस्था करो, वरना हालात और बिगड़ेंगे।”

उन्होंने चेतावनी दी कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में नावों की व्यवस्था तुरंत की जाए, ताकि लोग सुरक्षित निकल सकें।

बड़ा सवाल

क्या प्रशासन बाढ़ पीड़ितों की सुध लेगा या लोग ऐसे ही खतरे में जिंदगी गुजारते रहेंगे?

बाढ़ग्रस्त इलाके की हालत बयां करतीं तस्वीरें