न्यूज स्कैन ब्यूरो, पटना
बिहार की राजधानी पटना एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय कला और संस्कृति का केंद्र बनने जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को बिहार म्यूजियम बिएनेल 2025 (Bihar Museum Biennale 2025) के प्रतीक चिन्ह का अनावरण किया। इस मौके पर सीएम ने थाईलैंड, इंडोनेशिया, जाम्बिया, मैक्सिको, कोरिया और श्रीलंका सहित कई देशों की अस्थायी प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। इस कला महोत्सव के दौरान “त्योहार और प्रदर्शन”, “प्रतीकवाद और उत्सव”, “दीक्षा समारोह”, “सौंदर्य शास्त्र”, “स्वास्थ्य और कल्याण” जैसे विविध विषयों पर आधारित अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी देखने को मिलेगी।
क्या है ‘बिएनेल’ (Biennale)?
‘बिएनेल’ एक इतालवी शब्द है, जिसका अर्थ होता है हर दो साल में एक बार आयोजित होने वाला आयोजन। दुनिया भर में यह शब्द कला की द्विवार्षिक अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों के लिए प्रसिद्ध है, जिसकी शुरुआत वेनिस बिएनेल से हुई थी। बिहार म्यूजियम बिएनेल 2025 इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए 10 अगस्त से 10 नवंबर 2025 तक पटना में आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम एक अंतरराष्ट्रीय कला महोत्सव है, जिसमें 600 से अधिक कलाकारों की भागीदारी होगी।
बिएनेल 2025: बिहार के सांस्कृतिक गौरव का उत्सव
इस आयोजन का उद्देश्य कला, संस्कृति और विरासत को आम लोगों के करीब लाना है। विभिन्न देशों के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत कृतियाँ बिहार के दर्शकों को एक वैश्विक सांस्कृतिक अनुभव का अहसास दिलाएंगी। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण है कि इसमें कुल 600 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागी भाग लेंगे। विविध विषयों पर थीमेटिक प्रदर्शनी लगाई जाएगी। यह कला समारोह तीन महीने तक चलेगा। बिहार की सांस्कृतिक पहचान को वैश्विक मंच पर प्रदर्शन का मौका मिलेगा।