न्यूज स्कैन ब्यूरो, देवघर
सावन की तीसरी सोमवारी को लेकर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। तीसरी सोमवारी पर चार लाख से अधिक भक्तों के देवघर आने का अनुमान लगाया जा रहा है और उसी अनुरूप जिला प्रशासन ने सारी तैयारियां की है। क्योंकि दूसरी सोमवारी पर 3.62 लाख भक्तों ने बाबा बैद्यनाथ का जलार्पण किया था। तीसरी सोमवारी को लेकर बीएड कॉलेज परिसर में डीसी नमन प्रियेश लकड़ा और एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने मेले में तैनात दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी की संयुक्त बीफिंग की। इस दौरान डीसी ने कहा कि विनम्रता व सेवाभाव के साथ श्रावणी मेला में पूरी तरह सजग रहे, क्योंकि श्रावणी मेला के दौरान खासकर सोमवारी के दिन सर्वाधिक भीड़ होती है। ऐसे में श्रावणी मेला के तीसरी सोमवारी को इतनी बड़ी तादाद में देवघर आने वाले कांवरियों की सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण जैसी चुनौतियों का सामना बिना सजगता के नहीं किया जा सकता है।
सुगमता पूर्वक जलार्पण कराना प्राथमिकता
सभी का यह ध्येय होना चाहिए कि जितना हो सके श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक जलार्पण करायें, ताकि कतार लगातार आगे बढ़ते रहे। यह भी जरूरी है कि सभी पूरी सजगता और कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य करें; ताकि दूसरे राज्यों से यहां आने वाले लोग हमारे राज्य की एक अच्छी छवि लेकर यहां से अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करें। डीसी ने निर्देशित किया कि श्रद्धालुओं की कतार बिना गैप के आगे बढ़ते रहें, इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें। सभी शालीनता व सेवाभाव से श्रद्धालुओं को हर संभव मदद करे।
क्यू और ट्रैफिक मैनेजमेंट पर विशेष ध्यान रखें : एसपी
एसपी ने कहा कि मेला में प्रतिनियुक्त बाहर से आए सभी दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं सुरक्षाकर्मी यहां के माहौल से परिचित हो चुके हैं। ऐसे में क्यू मैनेजमेंट और ट्रैफिक मैनेजमेंट पर विशेष रूप से ध्यान रखें, ताकि श्रद्धालुओं को सुरक्षित जलार्पण कराया जा सके और शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न न हो। भीड़ नियंत्रण – करने में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो।

साथ उन्होंने कहा कि सभी ओपी एवं यातायात ओपी के प्रभारी डीएसपी रैंक के ऑफिसर होंगे एवं उन सभी का यह दायित्व होगा कि वे यह देखें कि उनके निर्धारित क्षेत्र में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो। इस दौरान नगर आयुक्त रोहित सिन्हा, उप विकास आयुक्त पीयूष सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी रवि कुमार, जिला नजारत उपसमाहर्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी, प्रभारी पदाधिकारी गोपनीय शाखा, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी, जिला स्तर के अधिकारी एवं मेला क्षेत्र में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, अधिकारी, कार्यपालक अभियंता, पुलिस पदाधिकारी, सहायक जनसम्पर्क पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।