मिथिला की संस्कृति से सजी मधुश्रावणी मिलन: सहरसा में सखी बहिनपा मैथिलानी समूह ने नवविवाहिताओं संग रचा सांस्कृतिक संगम


न्यूज स्कैन ब्यूरो, सहरसा

मैथिल संस्कृति, भाषा और परंपराओं को नई पीढ़ी तक पहुंचाने की दिशा में सहरसा में एक प्रेरणादायी पहल की गई। सखी बहिनपा मैथिलानी समूह के द्वारा जयप्रकाश उद्यान में मधुश्रावणी मिलन समारोह का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें नवविवाहिताओं के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं।

कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक मैथिली गीतों से हुई, जिसके माध्यम से नवविवाहिताओं को मधुश्रावणी पर्व की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक महत्ता से अवगत कराया गया। बताया गया कि यह पर्व प्रकृति के प्रति श्रद्धा और स्त्री जीवन के नवचरण की शुरुआत का प्रतीक है। इस अवसर पर नाग पंचमी से जुड़ी पूजन विधियों, फल-फूल और दूध-लावा की महत्ता पर भी प्रकाश डाला गया।

समारोह का संचालन नमिता झा, अंजू झा, एंकी पाठक व अन्य बहिनों ने किया। समूह की सदस्याओं ने मिथिला के पारंपरिक श्रृंगार की सामग्रियां नवविवाहिताओं को भेंट कर उनका अभिनंदन किया और उन्हें अपने सांस्कृतिक मूल्यों से जुड़ने के लिए प्रेरित किया।

समारोह में शामिल प्रमुख सदस्याओं में नमिता झा, अंजू झा, निधि झा, प्रियंका झा, एंकी पाठक, रश्मि झा, रीना झा, साधना झा, किशोरी चौधरी, पुतुल चौधरी, लता झा और अन्य बहिनें शामिल रहीं। सभी ने सामूहिक रूप से मैथिली भाषा और संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन का संकल्प लिया।