न्यूज स्कैन ब्यूरो। किशनगंज
किशनगंज नगर परिषद में साफ-सफाई की व्यवस्था और प्रशासनिक कार्यप्रणाली को लेकर समाजसेवी इम्तियाज नज़र ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने नगर परिषद अध्यक्ष इंद्रदेव पासवान पर भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए कहा कि नगर परिषद में लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण शहर की स्वच्छता व्यवस्था चरमरा गई है। इम्तियाज ने दावा किया कि पिछले वर्ष स्वच्छता सर्वेक्षण में किशनगंज ने 31 वां स्थान हासिल कर शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन इस वर्ष शहर 53 वें स्थान पर खिसक गया है, जो प्रशासन की नाकामी को दर्शाता है। इम्तियाज नज़र ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नगर परिषद में साफ-सफाई के लिए आवंटित बजट का सही उपयोग नहीं हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि ठेकेदारों और अधिकारियों के बीच सांठगांठ के कारण सफाई कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिलता, जिससे उनका मनोबल टूट रहा है। इसके अलावा, कचरा निस्तारण और नियमित सफाई कार्य में भी भारी अनियमितताएं देखने को मिल रही हैं। शहर के कई वार्डों में कचरे के ढेर और गंदे नाले आम बात हो गई है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि नगर परिषद में पारदर्शिता का अभाव है और भ्रष्टाचार ने व्यवस्था को जकड़ लिया है। इम्तियाज ने मांग की कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही, उन्होंने स्वच्छता व्यवस्था को बेहतर करने के लिए एक विशेष समिति गठन की मांग की। वहीं स्थानीय निवासियों ने भी साफ-सफाई की खराब स्थिति पर नाराजगी जताई है। वार्ड नंबर 12 के निवासी रमेश कुमार ने कहा कि गलियों में कचरा जमा रहता है और नालों की सफाई महीनों से नहीं हुई। समाजसेवी इम्तियाज के आरोपों ने शहर में स्वच्छता और प्रशासनिक सुधारों पर बहस छेड़ दी है।
सफाई को लेकर नप गंभीर, आरोप निराधार- नप अध्यक्ष

नगर परिषद अध्यक्ष इंद्रदेव पासवान ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि उनकी टीम शहर की स्वच्छता के लिए दिन-रात काम कर रही है। कुछ जगहों पर सफाई के बाद लोग कचरा डाल देते हैं। जिसकारण गंदगी नजर आती है। उन्होंने दावा किया कि कुछ लोग राजनीतिक लाभ के लिए ऐसी अफवाहें फैला रहे हैं।