न्यूज स्कैन ब्यूरो, अररिया
भारत-नेपाल सीमा से ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से लोगों से ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के 10 सदस्यों को जोगबनी पुलिस ने गिरफ्तार किया। गिरोह के सदस्य सोशल मीडिया और ऑनलाइन गेम्स के बहाने लोगों को फंसाकर उनके खातों से अवैध रूप से पैसे निकालते थे।
गिरफ्तार आरोपियों में नेपाल, राजस्थान, मध्यप्रदेश और पश्चिम बंगाल के निवासी शामिल हैं। गिरोह के कई सदस्य नेपाल में बैठकर नेपाली नागरिकों से ठगी करते थे, जबकि जोगबनी स्थित कुछ सदस्य इसका नियंत्रण करते थे।
गिरफ्तार और छापेमारी
22 अगस्त को हरियाणा के पलवल साइबर थाना के इंस्पेक्टर-सह-थानाध्यक्ष नवीन जोगबनी थाना पहुंचे और जोगबनी थानाध्यक्ष राजीव कुमार आजाद को मामले की जानकारी दी। पलवल साइबर थाना में हर्ष कुमार (मानपुर, पलवल) की शिकायत पर प्राथमिकी संख्या 146/25 दिनांक 21.08.2025 दर्ज की गई थी।
जांच के दौरान यह पता चला कि जोगबनी थाना क्षेत्र के बालूघाट में एक बड़ा गिरोह सक्रिय है, जो ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से देशभर के लोगों से ठगी कर रहा है। अररिया एसपी अंजनी कुमार के निर्देश पर गठित संयुक्त टीम ने बालूघाट स्थित तीन मंजिला मकान में छापेमारी कर 10 अपराधियों को गिरफ्तार किया।

बरामद सामग्री
2 लैपटॉप
23 मोबाइल फोन
7 बैंक पासबुक
5 एटीएम कार्ड (विभिन्न बैंक)
आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे ऑनलाइन गेमिंग एप्लिकेशन और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से देशभर के लोगों को निशाना बनाते थे और लाखों रुपये की ठगी कर चुके हैं।
गिरफ्तार आरोपियों की जानकारी
नेपाल, कंचनपुर के बेलडाडी के विजय उपाध्याय
मध्यप्रदेश, देवास जिला के रोहित भार्गव
पश्चिम बंगाल, कोलकाता नार्थ 24 परगना के मोजम नाथ और जीरनजीत दास
राजस्थान के यश परिहार, भागचंद, रवि सिंह, गजेन्द्र सिंह सैनी, पंकज देवड़ा और नरेन्द्र सिंह
छापेमारी दल में शामिल
हरियाणा पलवल साइबर थानाध्यक्ष नवीन, जोगबनी थानाध्यक्ष राजीव कुमार आजाद, जोगबनी थाना के सब-इंस्पेक्टर गोरख कुमार, राजा बाबू, पूजा शर्मा, मुकेश कुमार, रवि राज, अरविंद राय, एएसआई विनोद प्रसाद एवं हरियाणा पुलिस के अधिकारी और जवान। जोगबनी पुलिस और पलवल साइबर थाना अब आरोपियों के नेटवर्क, सहयोगियों और आर्थिक लेन-देन की विस्तृत जांच कर रहे हैं।
सावधानी
साइबर ठगी की इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि ऑनलाइन गेमिंग और सोशल मीडिया के माध्यम से ठगी का खतरा लगातार बढ़ रहा है। लोगों को अपने बैंक खाते और व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है।