श्रावणी मेला शुरू : कांवरिया पथ से सीधे बैधनाथ मंदिर पहुंचेंगे भक्त

खिजुरिया से क्यू कॉम्प्लेक्स तक बनेगा फुट ओवरब्रिज : पर्यटन मंत्री

  • एक माह तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले का तीन मंत्रियों ने किया उदघाटन

देवघर। बिहार-झारखंड सीमा दुम्मा में राज्य के पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका सिंह पांडेय और श्रम मंत्री संजय प्रसाद यादव ने गुरुवार सुबह में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले का विधिवत उदघाटन किया। मौके पर देवघर विधायक सुरेश पासवान, जरमुंडी विधायक देवेंद्र कुमार, सारठ विधायक उदय शंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह, पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख मौजूद थे। उदघाटन समारोह में मंत्री सुदिव्य कु मार ने कांवरियों के लिए बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में राज्य सरकार कांवरियों के लिए विशेष फुट ओवर ब्रिज बनाने जा रही है। इसके जरिए कांवरिये दुम्मा से सीधे बैद्यनाथ मंदिर बिना किसी रुकावट के पहुंचेंगे। खिजुरिया से मानसरोवर क्यू कॉम्प्लेक्स (जहां कांवरिये पूजा को कतारबद्ध होते हैं) तक फुट ओवर ब्रिज बनेगा। इसके बन जाने से कांवरियों को आम रास्ते से गुजरने की जरूरत नहीं होगी। क्योंकि फुट ओवर ब्रिज कांवरियों के लिए ही होगा। साथ ही कांवरियों को सड़कों की भीड़-भाड़ और ट्रैफिक से भी जूझना नहीं पड़ेगा। अभी ट्रैफिक को रोक कर कांवरियों को कई स्थान पर सड़क क्रॉस करवाया जाता है। इससे मेले में ट्रैफिक जाम के साथ-साथ कांवरियों को भी परेशानी होती है। इसलिए राज्य सरकार ने योजना बनाई है कि आने वाले साल में कांवरियों के लिए खिजुरिया से बैद्यनाथ मंदिर तक फुट ओवर ब्रिज का निर्माण करवाया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि कांवरियों की सेवा शिव की सेवा करने जैसी है और हमलोगों का इसका अवसर मिला है तो तन-मन-धन लगाकर इसे पूरा करेंगे। राज्य सरकार प्रयास कर रही है, ताकि कांवरिये यहां से एक सुखद स्मृतियां लेकर जाएं। सरकार की मंशा है कि इस साल मेले की व्यवस्था गत वर्ष से बेहतर हो और आने वाले वर्षों में भी इसमें और सुधार होगा। मेले में तकनीक के जरिए कांवरियों को कई सुविधाएं मिलेगी। एआई चैटबोर्ड, क्यूआर कोड स्कैन कर भक्त शिकायत दर्ज करा सकेंगे, जिसका 15 मिनट में समाधान होगा। दुम्मा मे भक्तों की भीड़ की गिनती के लिए हेड रिकॉगनिशेन कैमरे लगाए गए हैं। इससे कितनी संख्या में भक्त आ रहे है, इसलिए आसानी से गिना जा सकेगा और उस अनुरूप आगे की व्यवस्था की जाएगी। रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन के जरिए मेले में बच्चे और बुजुर्गों पर नजर रखी जा सकेगी, जिससे उनके भटकने और खोने की संभावना नहीं रहेगी। अगले वर्ष के श्रावणी मेले में इस बार से बेहतर व्यवस्था होगी, ऐसा राज्य सरकार का मानना है। मेले में कमियों की सूचना अगर किसी माध्यम से मिलेगी तो हमलोगों का प्रयास होगा कि उसका समाधान जल्द से जल्द किया जाए। सभी लोगों के सहयोग से इस बार के श्रावणी मेले को यादगार बनाया जाएगा।

शिकायत और सुझाव सीधे मंत्री को दे, कार्रवाई होगी : संजय यादव

मौके पर श्रम मंत्री संजय प्रसाद यादव ने कहा कि श्रावणी मेले का उघाटन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करने वाले थे। लेकिन गुरुजी की तबियत खराब रहने के कारण वे नहीं पाए। नगर विकास सह पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार ने जिस तरह एक माह में चार-चार बैठकें कर मेले की सारी व्यवस्था की है, यह काविले तारिफ है। जिला प्रशासन की ओर से मेले की सारी व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त की गई है। अगर मेले से संबंधित कोई शिकायत और सुझाव हो तो सीधे मंत्री को दे, हमलोग उसमें सुधार करेंगे। अगली बार फुट ओवर ब्रिज बन जाएगा तो कांवरिये सीधे मंदिर प्रांगण में पहुंचेंगे।

पूरा विश्वास है कि मेले की गई सारी तैयारियां सफल होगी : दीपिका

ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका सिंह पांडेय ने कहा कि मेले में लेकर राज्य सरकार के स्तर से कई तैयारियां की गई है। विश्वास है कि सरकार की सारी तैयारियां सफल होंगी और कांवरिये यहां से एक सुखद अनुभूति लेकर जाएंगे। बाबा बैद्यनाथ पर हमलोगों की कितना आस्था है, इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। यहां एक माह तक देश-विदेश के श्रद्धालुओं यहां आएंगे। इसलिए मेले को सफल बनाने की जिम्मेदारी भी हम सभी पर है। मौके पर डीसी नमन प्रियेश लकड़ा, एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग, बीस सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष डॉ. मुन्नम संजय, झामुमो जिलाध्यक्ष संजय शर्मा मौजूद थे।